Site icon Telly Written Update

Sajado Ghar Ko Gulshan Sa Lyrics /  सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे सरकार आये है भजन लिरिक्स

Sajado Ghar Ko Gulshan Sa Lyrics

हमारे पूर्वजों ने हमेशा कहा है कि घर स्वर्ग से कम नहीं होता। इसी विचार को Sajado Ghar Ko Gulshan Sa Lyrics भजन बखूबी प्रस्तुत करता है। यह भजन हमें याद दिलाता है कि हमारा घर केवल ईंट और पत्थर का नहीं, बल्कि प्यार और समर्पण का प्रतीक है। इस भजन के शब्द हमें सिखाते हैं कि कैसे हम अपने घर को एक ऐसा स्थान बना सकते हैं जहां सभी देवी-देवता निवास करते हैं और जहां हर पल उत्सव का माहौल रहता है।

Sajado Ghar Ko Gulshan Sa Lyrics /  सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे सरकार आये है भजन लिरिक्स

सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे सरकार आये है,
मेरे सरकार आये है,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी, लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गूलशन सा, मेरे सरकार आये है।।
तर्ज – जगत के रंग में क्या देखु।
पखारो इनके चरणो को, बहा कर प्रेम की गंगा,
बहा कर प्रेम की गंगा,
बिछा दो अपनी पलको को, मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गूलशन सा, मेरे सरकार आये है।।
उमड़ आई मेरी आँखे, देख कर अपने बाबा को,
देख कर अपने बाबा को,
हुई रोशन मेरी गलियां, मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गूलशन सा, मेरे सरकार आये है।।
तुम आकर फिर नहीं जाना, मेरी इस सुनी दुनिया से,
मेरी इस सुनी दुनिया से,
कहूँ हर दम यही सब से, मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गूलशन सा, मेरे सरकार आये है।।
सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे सरकार आये है,
मेरे सरकार आये है,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी, लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गूलशन सा, मेरे सरकार आये है।।
यह भजन समर्पित है मेरे सरकार के भक्तों को।

Sajado Ghar Ko Gulshan Sa Lyrics Video

Sajado Ghar Ko Gulshan Sa Lyrics का संदेश हमारे दैनिक जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। यह हमें याद दिलाता है कि हमारा घर हमारी संस्कृति और मूल्यों का प्रतीक है। इस भजन के माध्यम से हम सीखते हैं कि कैसे अपने घर को एक ऐसा स्थान बनाएं जहां हर कोई प्रेम, सम्मान और आध्यात्मिकता महसूस करे। आइए इस संदेश को अपने जीवन में उतारें और अपने घर को सचमुच एक स्वर्ग बनाएं।

Also read:Ye To Prem Ki Baat Hai Udho Lyrics / ये तो प्रेम की बात है उधो भजन लिरिक्स

Exit mobile version